Laxmi Mata Ji ki Aarti with Lyrics लक्ष्मी माता धन वैभव एवं ऐश्वर्य प्रदान करती हैं एवं जब लक्ष्मी माता खुश होती हैं तो उस घर में ख़ुशी और प्यार की बरसात होती है | इसलिए लक्ष्मी माता की आरती रोजाना करनी चाहिए और वो भी पूरे भाव से क्योकि कहा भी जाता है कि भगवान भाव के ही भूखे होते हैं और किसी चीज के नही |
हर घर में होती है लक्ष्मी माता की आरती | Laxmi Mata Ji ki Aarti with Lyrics
Laxmi Mata Ji ki Aarti – लक्ष्मी माता की आरती वैसे तो हर घर में होती ही है लेकिन अगर उसका सही अर्थ नहीं पता होता है तो हम उस भाव से नहीं आरती गा पाएंगे जिससे लक्ष्मी माता खुश होकर हमारी विनती सुने |
भाव है जरुरी लक्ष्मी माता की भक्ति के लिए | Laxmi Mata Ji ki Aarti with Lyrics
इसलिए आज हम आपको लक्ष्मी माता की आरती के साथ अर्थ भी बता रहे हैं | आप बार बार आरती के अर्थ को पढ़ कर समझ लीजिये फिर पूरे भाव के साथ लक्ष्मी माता की आरती गा कर माता को प्रसन्न करिये | माँ महालक्ष्मी को माता दुर्गा का ही रूप माना जाता है और माँ अपने भक्तों को सुख सम्पति दे कर निहाल करती हैं | Laxmi Mata Ji ki Aarti
लक्ष्मी माता जी की आरती लिरिक्स – In Hindi अर्थ सहित | Laxmi Mata Ji ki Aarti with Lyrics
ॐ जय लक्ष्मी माता,मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत,हरि विष्णु विधाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥
अर्थ – हे लक्ष्मी मां, भगवान विष्णु हर दिन आपका ही ध्यान करते हैं। आपको प्रणाम है।
Laxmi Mata Ji ki Aarti with Lyrics
उमा, रमा, ब्रह्माणी,तुम ही जग-माता।
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत,नारद ऋषि गाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥
अर्थ – आप उमा, रमा और ब्रह्माणी के रुप में जगत का पालन-पोषण करती हो। सूर्य-चंद्रमा भी आपका ध्यान करते हैं और नारद ऋषि भी आपकी स्तुति गाते हैं। आपको प्रणाम है।
Laxmi Mata Ji ki Aarti with Lyrics
दुर्गा रुप निरंजनी,सुख सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत,ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥
अर्थ – आप मां दुर्गा का ही रुप हैं और सुख-संपत्ति देने वाली हो। जो भी आपका ध्यान करता है और पूजा करता है उसे ऋद्धि, सिद्धि और धन सब कुछ मिल जाता है। आपको प्रणाम है।
Laxmi Mata Ji ki Aarti with Lyrics
तुम पाताल-निवासिनि,तुम ही शुभदाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी,भवनिधि की त्राता॥ ॐ जय लक्ष्मी माता॥
अर्थ – पाताल में भी आपका निवास है, आपकी कृपा हर लोक में है। आप हर तरह का शुभ और मंगल करने वाली हो। आपकी प्रेरणा से ही अच्छे कर्म हो पाते हैं और उनके प्रभाव से भवनिधि की प्राप्ति भी हो जाती है। आपको प्रणाम है।
Laxmi Mata Ji ki Aarti with Lyrics